IIT Admission 2025: आईआईटी में बिना जेईई कैसे मिलेगा एडमिशन? जानें क्या-क्या हैं विकल्प

आईआईटी मद्रास ने 2023 शैक्षणिक सत्र से इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में 4 वर्षीय बैचलर ऑफ साइंस (BS) डिग्री शुरू की है। इस स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए JEE मेन परीक्षा उत्तीर्ण करने की आवश्यकता नहीं है।

आईआईटी मद्रास ने 2023 शैक्षणिक सत्र से इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में 4 वर्षीय बैचलर ऑफ साइंस (BS) डिग्री शुरू की है। (प्रतीकात्मक-फ्रीपिक)

Saurabh Pandey | April 16, 2025 | 06:06 PM IST

नई दिल्ली : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटीज) भारत में सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान हैं। जहां हर वर्ष दस लाख से अधिक छात्र संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन्स और एडवांस्ड परीक्षा देते हैं, जो बीटेक और एकीकृत डिग्री कार्यक्रमों के लिए आईआईटी में प्रवेश लेने के लिए उम्मीदवारों को पात्र बनाता है।

आईआईटीज में प्रवेश पाने का जेईई ही एकमात्र तरीका नहीं है। हालांकि यह सबसे आम प्रवेश परीक्षा है, लेकिन कुछ अन्य वैकल्पिक रास्ते भी हैं जो आपको जेईई परीक्षा में शामिल हुए बिना भी देश के शीर्ष संस्थानों में प्रवेश पाने का अवसर प्रदान करते हैं। आइए जानते हैं बिना जेईई के आईआईटीज में एडमिशन पाने के क्या-क्या अवसर हैं...

GATE (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग)

गेट का आयोजन हर वर्ष बहुविकल्पीय प्रश्नों और संख्यात्मक उत्तर प्रकार के प्रश्नों के साथ किया जाता है। आईआईटी और अन्य संस्थानों में M.Tech/ME/MS जैसे स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में प्रवेश पाने के लिए GATE उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। हालांकि, कुछ आईआईटी सीट की उपलब्धता के आधार पर GATE के माध्यम से B.Tech पाठ्यक्रमों में छात्रों को प्रवेश देते हैं।

इनमें आईआईटी दिल्ली, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी रुड़की पीएसयू कर्मचारियों को उनके GATE स्कोर के आधार पर सीधे B.Tech में प्रवेश लेने की अनुमति होती है।

CAT (कॉमन एडमिशन टेस्ट)

कॉमन एडमिशन टेस्ट का आईआईएम की तरफ से अपने मैनेजमेंट प्रोग्राम के लिए किया जाता है। हालांकि, कई आईआईटी भी एमबीए जैसी मैनेजमेंट डिग्री में प्रवेश के लिए CAT स्कोर स्वीकार करते हैं। इसका फायदा यह है कि जो लोग JEE नहीं देते या क्वालिफाई नहीं कर पाते, वे भी CAT देकर IIT में प्रवेश ले सकते हैं।

UCEED (अंडरग्रेजुएट कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन फॉर डिजाइन)

अंडरग्रेजुएट कॉमन एंट्रेंस एग्जाम फॉर डिजाइन यानी यूसीड आईआईटी बॉम्बे द्वारा आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी हैदराबाद और IIITDM जबलपुर में पेश किए जाने वाले बैचलर ऑफ डिज़ाइन (BDes) प्रोग्राम में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है। UCEED इन IIT में डिजाइन प्रोग्राम में विशेष रूप से प्रवेश के लिए जेईई का एक विकल्प है।

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CEED (कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन फॉर डिजाइन)

कॉमन एंट्रेंस एग्जाम फॉर डिजाइन यानी (सीईईडी) आईआईटी बॉम्बे द्वारा विभिन्न आईआईटी और अन्य डिजाइन संस्थानों में पेश किए जाने वाले मास्टर ऑफ डिजाइन (MDes) कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है। CEED विशेष रूप से IIT में डिजाइन कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए बिना JEE के वैकल्पिक अवसर प्रदान करता है।

HSEE (ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेस एंट्रेंस एग्जामिनेशन)

एचएसईई का मतलब है मानविकी और सामाजिक विज्ञान प्रवेश परीक्षा। यह विभिन्न आईआईटी में पेश किए जाने वाले मानविकी और सामाजिक विज्ञान में 5 वर्षीय इंटीग्रेटेड एमए कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आईआईटी मद्रास द्वारा आयोजित किया जाता है। HSEE, JEE की आवश्यकता के बिना आईआईटी में प्रवेश के लिए एक वैकल्पिक अवसर प्रदान करता है, विशेष रूप से मानविकी और सामाजिक विज्ञान क्षेत्रों के लिए। परीक्षा वर्बल एबिलिटी, क्वांटेटिव एबिलिटी, रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन, सामान्य जागरूकता और एनालिटिकल स्किल्स टेस्ट करती है।

आईआईटी मद्रास में एडमिशन का मौका

आईआईटी मद्रास ने 2023 शैक्षणिक सत्र से इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में 4 वर्षीय बैचलर ऑफ साइंस (BS) डिग्री शुरू की है। इस स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए JEE मेन परीक्षा उत्तीर्ण करने की आवश्यकता नहीं है। छात्र कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आवेदन कर सकते हैं।

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