Mazhar Asif बने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के नए कुलपति, जेएनयू में रह चुके हैं प्रोफेसर

मजहर आसिफ वर्तमान में जेएनयू के स्कूल ऑफ लैंग्वेज में प्रोफेसर हैं। वे नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 की मसौदा समिति के सदस्य भी रहे हैं।

भारत सरकार की उप सचिव श्रेया भारद्वाज ने जामिया के नए कुलपति के नाम की जानकारी दी। (इमेज-आधिकारिक)भारत सरकार की उप सचिव श्रेया भारद्वाज ने जामिया के नए कुलपति के नाम की जानकारी दी। (इमेज-आधिकारिक)

Santosh Kumar | October 24, 2024 | 06:52 PM IST

नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) को मजहर आसिफ के रूप में नया कुलपति मिल गया है। मजहर आसिफ पूर्व कुलपति नजमा अख्तर की जगह लेंगे। मंत्रालय के अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, 'भारत के राष्ट्रपति ने स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के प्रोफेसर मजहर आसिफ को जामिया मिल्लिया इस्लामिया का कुलपति नियुक्त किया है।

भारत सरकार की उप सचिव श्रेया भारद्वाज ने यह जानकारी दी। जिसमें उन्होंने बताया कि जेएमआई के रजिस्ट्रार को एक औपचारिक पत्र भेजा गया था। जिसमें प्रोफेसर मजहर आसिफ को कुलपति नियुक्त किए जाने की जानकारी दी गई थी।

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कुलपति मजहर आसिफ का कार्यकाल

सरकारी नोटिस में कहा गया कि भारत के राष्ट्रपति ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया अधिनियम, 1988 के तहत प्रोफेसर मजहर आसिफ को जेएमआई का कुलपति नियुक्त किया है। वह 5 साल की अवधि या 70 वर्ष की आयु तक, जो भी पहले हो, इस पद पर रहेंगे।

मजहर आसिफ वर्तमान में जेएनयू के स्कूल ऑफ लैंग्वेज में प्रोफेसर हैं। वे नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 की मसौदा समिति के सदस्य रहे हैं। वे गुवाहाटी में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान के क्षेत्रीय केंद्र के अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुके हैं।

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आसिफ जेएनयू के पूर्व छात्र हैं और उन्होंने यहीं से मास्टर ऑफ आर्ट्स (एमए) और पीएचडी की डिग्री हासिल की है। उनकी रुचि सूफीवाद और भारत के मध्यकालीन इतिहास में है। प्रोफेसर के पास स्नातकोत्तर स्तर पर 20 से अधिक वर्षों का शिक्षण अनुभव है।

उन्होंने फारसी, अंग्रेजी और असमिया में 25 से अधिक लेख और नौ किताबें लिखी हैं और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में 20 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं। बता दें की नजमा अख़्तर का कार्यकाल समाप्त होने के बाद कुलपति का पद रिक्त था, तब से अब तक मोहम्मद शकील कार्यवाहक कुलपति थे।

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