राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना, डीओएसईएल की केंद्रीय योजना है, जो राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (एनएसपी) पर उपलब्ध है।
Santosh Kumar | October 4, 2024 | 06:10 PM IST
नई दिल्ली: शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग (डीओएसईएल) ने राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना (एनएमएमएसएस) के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और वाराणसी के नोडल अधिकारियों और संस्थानों के प्रमुखों के लिए एक कार्यशाला आयोजित की। इसके साथ ही, लखनऊ में राज्य के जिला नोडल अधिकारियों के लिए राज्य स्तरीय कार्यशाला भी आयोजित की गई।
प्रयागराज के संस्थान नोडल अधिकारियों (आईएनओ) के लिए 10 सितंबर 2024 को मनोविज्ञान ब्यूरो, प्रयागराज में एक जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित हुई, जिसका नेतृत्व डीओएसईएल की अवर सचिव हेमा मालिनी एसके दीपक ने किया।
यह कार्यशाला 2024-25 के लिए नए और नवीकरण एनएमएमएसएस आवेदनों की स्थिति की समीक्षा करने, एनएसपी पर पंजीकरण और सत्यापन प्रक्रिया में तेजी लाने और पंजीकरण के दौरान आने वाली तकनीकी समस्याओं को हल करने के लिए हैंड-होल्डिंग सत्र था।
12 सितंबर 2024 को राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज, लहुराबीर, वाराणसी में जिला स्तरीय कार्यशाला का भी आयोजन किया गया, जिसमें जिला विद्यालय निरीक्षक, राज्य नोडल अधिकारी, डीएनओ वाराणसी और 137 आईएनओ ने भाग लिया।
मंत्रालय ने 20 सितंबर 2024 को लखनऊ में एनएमएमएसएस के जिला नोडल अधिकारियों (डीएनओ) के लिए एक राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित की। इसकी अध्यक्षता डीओएसईएल की उप सचिव श्रीकला पी वेणुगोपाल ने की।
कार्यशाला में एनएसपी (एनआईसी) के संयुक्त निदेशक शैलेश कुमार और यूपी के डीएनओ शामिल हुए। इसका उद्देश्य पंजीकरण और सत्यापन प्रक्रिया को तेज करना और पोर्टल को आसानी से चलाने में अधिकारियों की मदद करना था। एनएमएमएसएस में यूपी का छात्रवृत्ति कोटा 15,143 है।
एनएमएमएसएस, डीओएसईएल की केंद्रीय योजना है, जो राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (एनएसपी) पर उपलब्ध है। एनएसपी छात्रों के लिए सभी छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म है। छात्रवृत्ति सीधे डीबीटी के माध्यम से चयनित छात्रों के बैंक खातों में भेजी जाती है।