इससे छात्रों को एनसीईआरटी की किताबें एक निश्चित कीमत पर उपलब्ध होंगी। उन्हें किताबें खरीदने के लिए दोगुनी या तिगुनी रकम नहीं चुकानी पड़ेगी।
Santosh Kumar | October 7, 2024 | 07:35 PM IST
नई दिल्ली: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की किताबें अब देश के किसी भी कोने से अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) पर खरीदी जा सकेंगी। एनसीईआरटी और ई-कॉमर्स साइट अमेजन के बीच आज यानी 7 अक्टूबर को यह समझौता हुआ।
इससे छात्रों को एनसीईआरटी की किताबें तय कीमत पर उपलब्ध होंगी। किताबें खरीदने के लिए छात्रों को दोगुनी या तिगुनी रकम नहीं चुकानी पड़ेगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि एनसीईआरटी देश के लिए एक अग्रणी थिंक टैंक है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद इस वर्ष पाठ्यपुस्तकों के प्रकाशन को तीन गुना बढ़ाएगी और 15 करोड़ पुस्तकें छापेगी।
कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अलावा स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग (डीओएसईएल) के सचिव संजय कुमार, संयुक्त सचिव, (डीओएसईएल) प्राची पांडे, एनसीईआरटी के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी, अमेजन के उपाध्यक्ष सौरभ श्रीवास्तव और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस लेटर ऑफ एंगेजमेंट (एलओई) के तहत, एनसीईआरटी की किताबें भारत के 20,000 पिन कोड पर अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) पर उपलब्ध होंगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि छात्रों को सही शिक्षण सामग्री और संसाधन मिल सकें।
इससे किंडरगार्टन से लेकर कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों और यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध होंगी। इससे संस्थानों के लिए बड़ी संख्या में पाठ्यपुस्तकें खरीदना आसान हो जाएगा।
इस पहल को और बढ़ावा देने के लिए, अमेजन पर एक समर्पित एनसीईआरटी बुकस्टोर खोला गया है। यह बुकस्टोर उपभोक्ताओं को बिना किसी अतिरिक्त लागत के पाठ्यपुस्तकों की पूरी श्रृंखला आसानी से उपलब्ध कराएगा।
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अमेजन के साथ साझेदारी से पाइरेटेड किताबों की बिक्री रुकेगी। एनसीईआरटी के मुख्य बिजनेस मैनेजर अमिताभ कुमार ने कहा कि चूंकि एनसीईआरटी द्वारा अमेजन को किताबें दी जाएंगी, इसलिए पाइरेटेड किताबों की संभावना नहीं रहेगी।
इसके साथ ही लोगों को बिल भी मिलेगा। एनसीईआरटी ने किताबों की बिक्री के लिए अलग-अलग क्षेत्रों के लिए समर्पित वितरक नियुक्त किए हैं, ताकि किताबें अमेजन पर आसानी से उपलब्ध हो सकें। समर्पित वितरक केवल इस ई-कॉमर्स साइट पर किताबें वितरित करने का काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि बाजार में पायरेटेड किताबें भी बिकती हैं, लेकिन अब उन पर रोक लगेगी। जो लोग पहले एमआरपी से दोगुनी या तिगुनी कीमत देकर अमेजन से किताबें खरीदते थे, अब उन्हें ऐसा नहीं करना पड़ेगा। अब उन्हें उचित दाम पर किताबें मिलेंगी।