मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि आईआईटी जैसी परीक्षाओं की कोचिंग बहुत महंगी होती है। इस योजना के तहत छात्रों का पूरा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी।
Santosh Kumar | October 18, 2024 | 03:27 PM IST
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की सीएम आतिशी ने आज (18 अक्टूबर) मुख्यमंत्री जय भीम योजना को फिर से शुरू करने की घोषणा की। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2017 में शुरू की गई यह योजना किसी कारण से रोक दी गई थी। अब इसे फिर से शुरू किया गया है। इसका फायदा सभी श्रेणियों के छात्रों को मिलेगा। पूर्व सीएम ने मुख्यमंत्री आतिशी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की।
मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि आईआईटी जैसी परीक्षाओं की कोचिंग बहुत महंगी होती है। इस योजना के तहत दिल्ली सरकार छात्रों का पूरा खर्च उठाती थी और प्रत्येक छात्र को 2500 रुपये भी दिए जाते थे। पूर्व सीएम ने आज इसे फिर से शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत आने वाले सभी बच्चे इसका लाभ उठा सकेंगे। बता दें कि पहले यह योजना केवल एससी/एसटी/ओबीसी छात्रों के लिए थी, लेकिन अब दिल्ली सरकार ने इस योजना में सामान्य वर्ग के छात्रों को भी शामिल कर लिया है।
जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना के लिए अलग-अलग श्रेणियों के छात्रों की पात्रता अलग-अलग है। इस योजना के तहत 75% लाभार्थी दिल्ली सरकार के स्कूलों से होंगे। नीचे दी गई तालिका में पात्रता की जानकारी देखें-
एससी, एसटी, ओबीसी | सामान्य वर्ग |
---|---|
दिल्ली से सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी पास | दिल्ली से सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी पास |
पारिवारिक आय 8 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए | पारिवारिक आय 8 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए |
जाति प्रमाण पत्र (जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय द्वारा जारी) | आय/ईडबल्यूएस प्रमाण पत्र (जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय द्वारा जारी) |
Also readDelhi University: अब दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र एक साथ कर सकेंगे दो डिग्री कोर्स, डीयू ने दी अनुमति
इस मौके पर पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब मैं जेल से बाहर आ गया हूं और हम वो सारे काम फिर से शुरू कर रहे हैं जो भाजपा ने रोक दिए थे। इसी क्रम में दिल्ली सरकार 'मुख्यमंत्री जय भीम योजना' को फिर से शुरू कर रही है।
'मुख्यमंत्री जय भीम योजना' के तहत दलित, एससी-एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस समुदाय के बच्चों को मुफ्त में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाएगी। अब गरीबों के बच्चे भी आगे बढ़ेंगे और देश के विकास में अपना योगदान देंगे।