यह उत्प्रेरक सिर्फ 13 लीटर मिथेनॉल से एक किलोग्राम हाइड्रोजन का उत्पादन कर सकता है।
Press Trust of India | October 16, 2024 | 06:12 PM IST
नई दिल्ली: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इंदौर (IIT Indore) ने हरित ऊर्जा की दिशा में नवाचारी पहल के तहत मिथेनॉल से शुद्ध हाइड्रोजन गैस का कम लागत में उत्पादन करने वाला उत्प्रेरक विकसित किया है। आईआईटी इंदौर के एक अधिकारी ने बुधवार (16 अक्टूबर, 2024) को यह जानकारी दी है।
अधिकारी ने बताया कि यह उत्प्रेरक आईआईटी इंदौर के रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर संजय के. सिंह के नेतृत्व में विकसित किया गया है।
उन्होंने बताया कि यह उत्प्रेरक 130 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर मिथेनॉल से शुद्ध हाइड्रोजन का उत्पादन करता है, जबकि पारंपरिक तरीकों से हाइड्रोजन पैदा करने के लिए 200 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान की आवश्यकता होती है।
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अधिकारी ने बताया कि यह उत्प्रेरक सिर्फ 13 लीटर मिथेनॉल से एक किलोग्राम हाइड्रोजन का उत्पादन कर सकता है। उन्होंने बताया कि कम तापमान पर हाइड्रोजन बनाने की यह किफायती और पर्यावरण हितैषी तकनीक औद्योगिक और वाणिज्यिक इस्तेमाल के लिए उपयोगी है।
अधिकारी ने आगे कहा कि आईआईटी द्वारा विकसित की गई यह तकनीक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि डीजल और पेट्रोल जैसे जीवाश्म ईंधनों पर निर्भरता घटाने के लिए हाइड्रोजन को बड़े विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि वास्तविक पैमानों पर खरा पाए जाने के बाद इस तकनीक को पेटेंट प्रदान किया गया है और इसे बाजार में उतारे जाने के लिए उद्योग जगत के साथ बातचीत जारी है।
जिपमर प्रोफेसर भर्ती 2024 के तहत जिपमर, पुडुचेरी में प्रोफेसर के 26 पद और सहायक प्रोफेसर के 35 पद तथा जिपमर कराईकल में प्रोफेसर के 2 पद और असिस्टेंट प्रोफेसर के 17 पद भरे जाएंगे।
Abhay Pratap Singh