राज्य सरकार ने किताबों को कबाड़ में बेचने वाले पाठ्यपुस्तक निगम के महाप्रबंधक को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम, 1966 के तहत निलंबित कर दिया है।
Santosh Kumar | September 20, 2024 | 10:50 PM IST
रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने पाठ्यपुस्तक निगम के महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी प्रेम प्रकाश शर्मा को नई पाठ्यपुस्तकों को कबाड़ में बेचने का मामला सामने आने के बाद निलंबित कर दिया है। अधिकारियों ने शुक्रवार (20 सितंबर) को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम द्वारा शैक्षणिक सत्र 2024-25 की नई पुस्तकों को कबाड़ में बेचने का मामला सामने आया था। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य की अतिरिक्त मुख्य सचिव रेणु पिल्लई को इस घटना की जांच करने के निर्देश दिए थे।
अधिकारियों ने बताया कि जांच में छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के महाप्रबंधक शर्मा की लापरवाही सामने आई है। राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम, 1966 के तहत उन्हें तत्काल निलंबित कर दिया है।
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इसके साथ ही सीएम ने कहा कि कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएम साय ने कहा कि यह सुशासन की सरकार है. किसी भी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा शासकीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने किताबों को कबाड़ में बेचे जाने का मामला उजागर किया था। उन्होंने रायपुर के सिलियारी में किताबों को कबाड़ में बेचे जाने का वीडियो शेयर किया था और दावा किया था कि पूरे प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर इसी तरह से किताबें कबाड़ में बेची गई हैं।
विकास उपाध्याय ने आरोप लगाया था कि किताबों को छात्रों को मुफ्त में बांटने के बजाय कबाड़ बेचने वालों को बेचकर भारी भ्रष्टाचार किया गया है। कांग्रेस नेता ने इसकी जांच सीबीआई या किसी रिटायर्ड जज से कराने की मांग की थी।