धर्मेंद्र प्रधान ने अपने समकक्ष सिंगापुर के शिक्षा मंत्री चान चुन सिंग से मुलाकात की और शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की।
Abhay Pratap Singh | October 21, 2024 | 06:13 PM IST
नई दिल्ली: भारत के केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज यानी 21 अक्टूबर को सिंगापुर के प्रधानमंत्री एचई लॉरेंस वोंग से मुलाकात की इस दौरान मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच स्कूली शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा और अनुसंधान में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने और विस्तारित करने पर सार्थक बातचीत की। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि चर्चा में तीन प्रमुख स्तंभों - ‘प्रतिभा, संसाधन और बाजार के माध्यम से साझेदारी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
धर्मेंद्र प्रधान ने इस बात पर जोर दिया कि भारत विशेष रूप से डीप टेक, स्टार्टअप और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को आगे बढ़ाने में सिंगापुर को एक विश्वसनीय ज्ञान साझेदार के रूप में देखता है।
उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रधानमंत्री वोंग ने भारत-सिंगापुर सहयोग को व्यापक साझेदारी में बदलने के लिए एक मजबूत रूपरेखा तैयार की है, जिसमें महत्वपूर्ण और उभरते क्षेत्रों में सहयोग भी शामिल है।
कार्यक्रम के दौरान प्रधान ने अपने समकक्ष सिंगापुर के शिक्षा मंत्री चान चुन सिंग से मुलाकात की और शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की। प्रधान ने भारत की शिक्षा प्रणाली के अंतर्राष्ट्रीयकरण को सुगम बनाने में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के महत्व पर जोर दिया। दोनों मंत्रियों ने विदेशी इंटर्नशिप कार्यक्रमों के लिए संभावनाओं पर विचार किया, जिससे भारतीय छात्रों को सिंगापुर की कंपनियों में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने में मदद मिले।
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उन्होंने दोनों देशों में स्कूलों और विश्वविद्यालयों के संयोजन के माध्यम से अकादमिक और अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा देने पर भी विचार-विमर्श किया। प्रधान ने पाठ्यक्रम विकास, शिक्षणशास्त्र और शिक्षक क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में सिंगापुर के राष्ट्रीय शिक्षा संस्थान और एनसीईआरटी के बीच सहयोग के अवसरों पर प्रकाश डाला।
प्रधान ने नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर (NUS) का दौरा किया और विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो. टैन एंग चाई से मुलाकात की। उन्होंने नॉलेज ब्रिज बनाने, अकादमिक एवं अनुसंधान सहयोग को मजबूत करने तथा सभी अकादमिक मोर्चों पर एनयूएस और शीर्ष भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच जुड़ाव को गहरा करने के लिए पूरक शक्तियों का लाभ उठाने पर चर्चा की।
प्रधान ने इस बात पर जोर दिया कि एनयूएस और भारतीय उच्च शिक्षा संस्थान गहन स्टार्ट-अप, स्वास्थ्य सेवा, उन्नत सामग्री, डिजिटलीकरण और स्थिरता जैसे क्षेत्रों में मूल्य सृजन के लिए सहयोग कर सकते हैं। वहीं, 20 अक्टूबर 2024 को अपनी यात्रा के पहले दिन, भारत के केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सिंगापुर में प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत की थी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री की 20 से 26 अक्टूबर 2024 तक सिंगापुर और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया की यात्रा का उद्देश्य शिक्षा में पारस्परिक हित के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग, भागीदारी और तालमेल को बढ़ावा देना है। प्रधान ने इस दौरान भारत-सिंगापुर ज्ञान साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा करने के लिए सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन से भी मुलाकात की।